Wednesday, October 25, 2017

'कभी हम भी तुम भी जवान थे ...' - K.J.S.Chatrath


कुछ माह पहले हम चावरी  बाजार में टहल्ते हुए  इस  हमउम्र से जा टकराए।

शरारत भरे  अंदाज़ में हमने भी यूं चुटकी  ले डाली:  कभी हम भी तुम भी जवान थे , तुम्हे याद हो हे न याद हो.

उनकी तो कोई आवाज़ ही नहीं निकली. वोह तो बस शर्मा के ही रह गये ।

No comments:

Post a Comment